125+ Best Sorry शायरी For Best Friend, Quotes, 2 Line !
Sorry Shayari दोस्तों के लिए और अपनी दोस्ती के लिए बहुत ही ज्यादा आवश्यक है | जब हम सभी से कुछ गलती हो जाती है तो उसने शब्दों में बोल पाना तथा उससे क्षमा मांगना बहुत कठिन काम लगता है | Sorry Shayari के माध्यम से हम अपने अजीज दोस्त को क्षमा मांग सकते हैं और पूरी जीवन अपनी दोस्ती को कायम रख सकते हैं | Sorry Shayari के माध्यम से हम अपना प्यार और सम्मान अपने मित्र के प्रति प्रस्तुत कर सकते हैं | जब हमें अनजाने में कोई गलती हो जाती है उसके लिए सदैव हमें क्षमा और अपने किए गए काम पर पश्चताप अवश्य करनी चाहिए |
सोचता हूँ जिंदा हूँ,
मांग लूं सबसे माफ़ी,
ना जाने मरने के बाद
कोई माफ़ करे या ना करे “
“इश्क़ ने हमें रोने भी नहीं दिया,
गम ने हमें हसने भी नहीं दिया,
रूठ के जब याद आई तुम्हारी तो,
नींद ने हमें सोने भी न दिया”
“हमसे कोई खता हो जाये तो माफ़ करना,
हम याद न कर पाएं तो माफ़ करना,
दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं,
पर ये दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना”
“खता हो गयी तो फिर सज़ा सुना दो,
दिल में इतना दर्द क्यूँ है वजह बता दो”
“देर हो गयी याद करने में जरूर,
लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो,
सॉरी डार्लिंग..”
“दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया,
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया,
हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा,
हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया..”
“पलभर में टूट जाये वो कसम नहीं,
तुम्हे भूल जाये वो हम नहीं,
तुम रूठी रहो इस बात में दम नहीं,
तुम मनाने से न मनो इतने बुरे हम भी नहीं”
“कैसे आपको हम मनाए
बस एक बार बतादो
मेरी गलती मेरा कसूर मुझे याद दिला दो”
“दूरियों से फर्क नहीं पड़ता
बात तो दिलो की नजदीकियों से होती है !
दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है
वरना मुलाकात तो जाने कितनो से होती है”
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से,
हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से,
तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले,
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से।
कहती है दिल टूटने पर यूं ना मातम करो
सॉरी बोलती हूं बात तुम खत्म करो
ये जो तूने गुनाह किया है इसकी सजा महज माफी नहीं
अभी तेरा भी दिल टूटना बाकी है ये दो-चार आंसू तेरे काफी नहीं
दोस्ती में एक दोस्त दूसरे दोस्त का खुदा होता,
इस बात का एहसास तब होता है,
जब वह दोस्त आपसे खफा होता है !
सनम की खातिर हार जानी पड़ती है जान भी,
कह देने भर से किस्से कभी मोहब्बत नहीं होती।
एक मौसम था तेरी बाहो का मंजर था,
आज ये मौसम है मेरी आंखे भी बंजर है।
किसी की नज़र में अच्छे थे किसी की नज़र में बुरे थे,
हकीकत में जो जो जैसे था हम उसकी नज़र में वैसे थे।
रात उठ न सका दरवाजे की दस्तक पे,
सुबह बहुत रोया उसके पैरों के निशान देख कर।
मेरी बरसती हुई आंखे मेरी रुकती हुई सांसे,
मुझे अक्सर ये कहती है मोहब्बत अब नहीं करना।
किसी को भी उतनी ही जल्दी माफ़ कर दिया करो,
जितनी जल्दी आप उपरवाले से अपने लिए माफ़ी की उम्मीद रखते हो !
सितम सारे हमारे, छाँट लिया करों,
नाराजगी से अच्छा, डांट लिया करों !
मैंने किया है गुनाह, दोस्त मुझे माफ़ करना,
तू कभी मुझसे नाराज़ न होना,
नहीं रह पाउँगा मैं तेरे प्यार के बिना,
सॉरी कहने पर मेरे यार मुझे माफ़ कर देना !
दोस्ती में दूरियां तो आती रहती हैं
पर फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है
वो दोस्त ही किया जो नाराज़ न हो
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है !
मैं सॉरी बोल दूंगा तुम माफ कर देना
दूरियां थोड़ी सी और हाफ कर देना
थोड़ी कोशिश मैं करूंगा दूर करने की
बची कुछी गलत फहमियां तुम साफ कर देना
गलती की है तुमने जो अगली बार दोहराई ना जाए
माफी मिलेगी तुम्हें जब नजरें हमसे फिर से चुराई ना जाए
“उसे अपना कहने की बड़ी तमन्ना थी दिल मैं
इससे पहले की बात लबो पर आती वो गैर हो गये”
“अजीब सा दर्द है इन दिनों यारों,
न बताऊं तो ‘कायर’,
बताऊँ तो ‘शायर”
आज मैंने खुद से एक वादा किया है,
माफ़ी मांगूंगा तुझसे तुझे रुसवा किया है,
हर मोड़ पर रहूँगा मैं तेरे साथ साथ,
अनजाने में मैंने तुझको बहुत दर्द दिया है।
तेरी मुहब्बत को नजरंदाज करने वाले,
मैंने अब तक कितने दिल तोड़े हैं,
क्या उन सबके लिए मैं तुमसे माफी मांगूँ,
अब तो मैं सिर्फ तुम्हारे लिए जीता हूँ।
तेरी यादों से दिल बेचैन होता है,
कभी-कभी तो बचपन की याद आती है,
तुमसे जुड़े हर दिल को आज सताया है,
तुम्हारी बिना हर पल अधूरा सा रहा है।
क्या कान पकड़ के सॉरी बोलू तब करोगी माफ तुम
मुझे बताओ जान मेरी कब करोगी माफ तुम
तेरे मेरे बीच का रस्ता साफ कर दो
देखो सॉरी बोलता हूं मैं जान प्लीज माफ कर दो
दर्द गैरों को सुनाने की ज़रूरत क्या है,
अपने साथ औरों को रुलाने की ज़रूरत क्या है,
वक्त यूँही कम है मोहब्बत के लिए,
रूठकर वक्त गंवाने की ज़रूरत क्या है।
“सारा जहाँ चुपचाप है,
आहटें ना साज़ है,
क्यों हवा ठहरी हुई है,
आप क्या नाराज़ है”
कुछ पल की खुशी देकर फिर, ये जिंदगी रुलाती क्यों है ।
जो हमारे नसीब में ही नहीं होता उन्हीं से हमें ये किस्मत अक्सर मिलाती क्यों है !
जब हम नादान थे तो जिंदगी के मजे लेते थे ,
समझदार हुए अब तो ये जिंदगी हमारे मजे ले रही है !
इस मतलब की दुनिया में सबको खुश रखते – रखते, खुद जीना भूल गए हम ।
इस बदलते वक़्त ने मेरी तक़दीर को ही बदल दिया और
जिंदगी ने दर्द इतना दिया की हंसते हुए चेहरे की तस्वीर को ही बदल दिया ।
हमारी ग़लती ने तुम्हारे दिल को दुखाया ,
माफ़ी मांगने गया तो उसका जवाब कुछ नहीं आया ,
लेकिन मेरा फ़र्ज़ है।
आपकी उदास चेहरे पर हंसी लाना। ,
I am really sorry.
छोटी बातों पे तकरार न किया करो,
हर मजाक को दिल पे ना लिया करो,
क्या पता जिंदगी में साथ है और कितने दिनों का,
इन पलो को तो प्यार से हमारे साथ जिया करो !
दूसरों को इतनी जल्दी माफ़ कर दिया करो जितनी
जल्दी आप ऊपर वाले से अपने लिए माफ़ी की
उम्मीद रखते हैं।
I am really sorry.
दिन चढ़ा, दिन ढला पर मेरा दिल उदास ही था
मुझसे कोई बहुत नाराज हैं
इसलिए आज हर पंछी उदास था !
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से,
हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से,
तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले,
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से।
हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें
कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए
हो सकता है तरस आ भी जाये आपको
पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये.
देखा है आज मुझे भी गुस्से की नज़र से,
पता नहीं आज वो किस-किस से लड़ा है !
कर देना माफ हमे दिल से
अगर तोड़ा हो कभी दिल तुम्हारा
जिंदगी का क्या भरोसा
कल कफ़न में लिपटा मिले तुमको ये चेहरा हमारा !
किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नहीं,
किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नहीं,
गुनाह हो यह ज़माने की नज़र में तो क्या,
ज़माने वाले कोई खुदा तो नहीं. sorry babu.
दोस्त को सॉरी बोलने के लिए शायरी
माफ़ कर दो उनको जिनको तुम भूल नहीं सकते
या फिर भूल जाओ उनको जिनको तुम माफ़ नहीं कर सकते !
तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी ना रहेगी,
तुम्हारे बिना चिरागों में रौशनी ना रहेगी,
क्या कहें क्या गुजरेगी दिल पर ऐ दोस्त,
जिंदा तो रहेंगे लेकिन ज़िंदगी ना रहेगी।
नाराज़ क्यों होते हो किस बात पे हो हमसे रूठे,
अच्छा लो मान लिया तुम सच्चे और हम झूठे,
अब मान भी जाओ कब से तुम हो हमसे रूठे,
माना ग़ुस्सा हो पर इतना ग़ुस्सा भी नहीं होते !
न तेरी शान कम होती न तेरा रुतबा घट जाता,
जो गुस्से में कहा तुमने वही हँस के कहा होता !
यादें होती है सताने के लिए,
कोई रूठता है फिर मान जाने के लिए,
रिश्ते बनाना कोई मुश्किल बात नहीं,
जान तक चली जाती है रिश्ते निभाने के लिए।
यारों के बिच झगड़ा तभी होता है जब दर्द होता है,
और दर्द तब होता है जब यारी में प्यार होता है !
पलभर में.टूट जाये वो.कसम नहीं,
तुम्हे भूल.जाये वो हम नहीं,
तुम रूठी.रहो.हमसे इस.बात में दम नहीं.sorry
इस कदर मेरे प्यार का इम्तेहान न लीजिये,
खफा हो क्यूँ मुझसे यह बता तो दीजिये,
माफ़ कर दो गर हो गयी हो हमसे कोई खता,
पर याद न करके हमें सजा तो न दीजिये।
रिश्तों में दूरियां तो आती-जाती रहती हैं,
फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है,
वो दोस्ती ही क्या जिसमें नाराजगी ना हो,
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना ही लेती है।
हमसे कोई खता हो जाये तो माफ़ करना,
हम याद न कर पाएं तो माफ़ करना,
दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं,
पर ये दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना।
हम रूठें भी तो किसके भरोसे रूठें,
कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए,
हो सकता है तरस आ भी जाये आपको,
पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये।
इसे देखकर मेरा दिल मर जाता है,
वो मेरे होठों पर तीखे होठों से वार
प्यार के इस प्यारे दिल में
आज अचानक धड़कन? पूर्ण
आँखों में पानी भर आया?
दोबारा?मैंने तुम्हें याद किया
मैं तुम्हारे लिए प्रार्थना करता हूँ। मुझे मत छोड़ो
आपने बहुत सपने देखे हैं, इसे कभी मत तोड़िए
नाराज क्यूँ होते हो किस बात पे हो रूठे,
अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम ही झूठे,
कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते,
गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मरते।
Sorry कहने का मतलब है,
कि आपके लिए दिल में प्यार है,
अब जल्दी से हमें माफ कर दो ऐ सनम,
सुना है आप बहुत समझदार है।
उस समय जीवन में खोया हुआ महसूस होता है
जब आपका प्रियजन आपको अलग-थलग महसूस कराता है
कोई गलती हो जाए तो बता देना!!
और माफ कर देना!!
यू किसी की बातों में आकर!!
हमसे रुठ मत जाना!!
काश मैंने जो कुछ भी कहा या किया है!!
वह सबकुछ वापस ले सकता!!
और सब कुछ वैसा ही कर सकता!!
जैसा पहले हुआ करता था!!
Please forgive me my friend!!
I apologize!!
वक़्त बीत जाएगा ज़िन्दगी का!!
आखिर कब तक तू बातें दिल में दबाएगा!!
आखिर माफ़ी ही तो है!!
तेरे दे देने से कौन सा तू हार जाएगा!!
और वो जीत जाएगा!!
जब आप दोस्त से माफ़ी मांगते हैं!!
तो उसे ये एहसास दिलाते हो कि!!
आपने उनके दर्द को समझा!!
और फिर से सब कुछ सही करना चाहते हैं!!
कभी पागल तो कभी दीवाना कहती हो!!
कभी दोस्त तो कभी दोस्ताना कहती हो!!
कैसे माफ़ कर दूँ तुम्हें!!
पहले जानबूझकर ग़लती करती हो फिर सॉरी कहती हो!!
जो रूठ जाऊं कभी तो तू मना लिया कर!!
तेरी ख़ामोशी मुझे बिलकुल भी पसंद नहीं!!
यू खामोश मत हुआ कर!!
गलती की है तो डांट लिया कर!!
हम माफी भी मांग लेंगे!!
बात बंद मत किया कर!!
मुझे मेरे व्यवहार से बहुत अफ़सोस है!!
काश मैंने जो कहा उसपर मेरा कण्ट्रोल होता!!
I’m really very sorry my LOVE!!
देखा है आज मुझे भी गुस्से की नज़र से!!
मालूम नहीं आज वो किस-किस से लड़े है!!
किसी से इतना भी नाराज नहीं होना चाहिए!!
कि सामने वाले को फर्क ही पड़ना बंद हो जाए!!
तेरी फितरत है ऐसी क्यों है ए जिंदगी
लगती रुई सी है पर चुभती सुई सी क्यों ।
मेरे ज़रूरत और हालात की परवाह नहीं किसी को सब मुझे गलत ठहराने पर तुले हुए हैं ।
अगर कुछ कहूं तो भी गलत, कुछ ना कहूं तो भी गलत !!
बहुत बोलने वाला इंसान अगर अचानक चुप हो जाए तो
समझ लेना की दिल❤️ में चोट बहुत गहरी लगी है ।
60+ 2 Line Sorry Shayari For Best Friend, Quotes !
प्रेम में प्रतिशोध नहीं कतई नहीं,
माफ कीजिए आजाद कीजिए।
सच्ची मोहब्बत लौट कर ज़रूर आती है,
माफी मांगने या शादी का कार्ड देने।
जरा-सी बात नहीं है कि भूल जाऊँ उसे,
हुआ है इश्क़ कबीरा खुदा माफ करें।
माफी मांग लिया करो बिना गलती के,
कुछ रिश्ते ऐसे ही नही तोड़े जाते।
इस चमन के गुल में
एक तुम ही तो मुस्कुराते हो
तुम्हारी मुस्कान देखकर ही
मैं अपने गम भूल जाती हूं.!!
सारा जहाँ चुपचाप है आहटे ना साज़ है
हवा क्यो ठहरी हुई है आप क्या नाराज़ है !
आपकी जुदाई मे हम खुद को भुला बैठे है
आपकी यादो मे हम जिंदगी जीना भूल गए !
तुमसे वफा मैं कुछ इस तरह निभाऊंगी
तुम रूठ गये तो मैं तुम्हे निभाऊंगी.!!
उस शख्स की दर्द-ए-इश्क में तुम रोते हो
होता गलत हर वक्त वो तो
माफी तुम क्यो मांगते हो.!!
हुई है हमसे कोई खता तो हमे माफ कर दो
इस तरह तुम अपना दिल हल्का कर लो.!
माफी उनसे मांगी जाती है जो नाराज हुआ करते है
और मेरी जान तो मुझसे नाराज़ होती ही नहीं है
हना जान… तू नाराज नहीं है ना मुझसे
बड़े बदतमीज लोग है वो
जो पहले गलती करते है
फिर सॉरी बोलते है और
फिर वो कभी नही बोलते..!
हैरान हूं मैं उस शख्स की सादगी
पर जो तमाम दर्द देने के बाद
भी कहता है तुम बुरे नही हो..!
जनाब दिल की
गहराइयों में पनाह दे दो
हुई है हमसे गलती तो
हमे माफ कर दो.!!
मुझसे मेरा दिल और मेरी जान ले लो
बदले में स्वीटहार्ट मुझे माफी दे दो..!
तुम खफा हो गए तो
खुशी का एहसास ना रहेगा
ये दिल मेरा हर वक्त उदास रहेगा.!!
आज रूठा महबूब मेरा
लगता है कयामत होगी
गिरा जो आंसू आंखों
से उनके तो आज
मेरी खैरियत ना होगी..!
क्यो खफा हो मुझसे
वजह तो बताओ
है अगर गलती मेरी
तो सजा तो बताओ..!
आज कल में खता करने से पहले ही माफी मांग लेता हूं!!
जो जिम्मेदारी समझता है वो हर किसी को माफ कर देता है!!
किसी के सही होने से कोई गलत नही होता!!
जिंदगी मेने कुछ इस कदर आसान बना ली,
किसी को माफ कर दिया तो किसी से माफी मांग ली..!!
माफ करने के लिए बड़ा दिल होना बहुत जरूरी है!!
कोई किसी को माफ करके हारता नहीं है, बल्कि जीतता है।।
कुछ अलग करने का बहाना ढूंढ रहा हु,
उनसे माफी मांगने का तरीका ढूंढ रहा हूं!!
किसी दो के बीच जब तीसरा आ जाता है, तो रूठने
और मनाने का काम रोज का हो जाता है!!
तू नाराज होती है तो लगता है,
मेरी जिंदगी में अंधेरा छा गया !!
बस तेरे रूठ जाने से डरता हु
बाकी तो सारी दुनियां से लड़ सकता हूं।।
प्यार तो मैंने तुझे साल भर किया,
बस एक गलती हो गयी मुझसे,
थोड़ा झूठ बोल गया,
आज माफ़ी नामा मैंने तुझे भेज दिया,
उसे देख कर मुझे माफ़ कर दे प्लीज।
जब मैं तुमसे अलग हो गयी,
तब तुम्हारे प्यार का एहसास हुआ,
की मैंने ये क्या किया,
शायद तुम्हे प्यार में धोका दे दिया,
हो सके तो मुझे माफ़ कर देना।
तुमसे प्यार तो किया मैंने,
पर तुम्हे कभी समझ न सकी,
तुमने एक गलती की और तुम्हे छोड़ गई,
और तुमने मुझे इतना सारा प्यार दिया,
वही भूल गयी,
गलती हो गयी मुझसे,
जो मैंने तुम्हे इतना रुलाया,
तुमसे सिर्फ प्यार किया मैंने,
तेरा फायदा कभी नहीं उठाया,
अब माफ़ भी कर दे।
तेरे प्यार में मैं इतना खो बैठा,
की तुमसे बेइंतेहा प्यार कर बैठा,
बस एक गलती कर बैठा,
तुमसे कुछ झूठ बोल बैठा,
सॉरी न जानु।
दर्द गैरो को सुनाने की जरुरत क्या है,
अपने साथ औरो को रुलाने की जरुरत क्या है,
वक्त यूँही कम है मोहब्बत के लिये,
रूठकर वक्त गंवाने की जरुरत क्या है…
आज मैंने खुद से एक वादा किया है,
माफ़ी मागुंगा तुझसे तुझे रुसवा किया है,
हर मोड़ पर रहूँगा मैं तेरे साथ साथ,
अनजाने में मैंने तुझको बहुत दर्द दिया है…
कोई गलती हो जाए तो बता देना!!
और माफ कर देना!!
यू किसी की बातों में आकर!!
हमसे रुठ मत जाना!!
खता की थी इश्क़ की कहाँ मिलती माफ़ी है,
ना पूछो हाल-ए-दिल ज़िंदा हूँ बस यही काफी है।
मैं नादानी में कुछ गलत कर जाऊँ,
तो मुहब्बत समझ कर माँफ कर देना।
दिल बड़ा रखिये और लोगों को माफ़ कर दीजिये,
पर समझ इतनी रखिये कि दोबारा उन पर भरोसा मत कीजिए।
गुस्ताख़ी माफ करना साहब,
तुम्हे भूल नहीं सकते और भुला दिया तो जी नहीं सकते।
माफ करना मुझे तुम्हारा प्यार नही चाहिए,
मुझे अपनी इज्जत ज्यादा प्यारी है।
काश मैंने जो कुछ भी कहा या किया है!!
वह सबकुछ वापस ले सकता!!
और सब कुछ वैसा ही कर सकता!!
जैसा पहले हुआ करता था!!
Please forgive me my friend!!
I apologize!!
वक़्त बीत जाएगा ज़िन्दगी का!!
आखिर कब तक तू बातें दिल में दबाएगा!!
आखिर माफ़ी ही तो है!!
तेरे दे देने से कौन सा तू हार जाएगा!!
और वो जीत जाएगा!!
जब आप दोस्त से माफ़ी मांगते हैं!!
तो उसे ये एहसास दिलाते हो कि!!
आपने उनके दर्द को समझा!!
और फिर से सब कुछ सही करना चाहते हैं!!
कभी पागल तो कभी दीवाना कहती हो!!
कभी दोस्त तो कभी दोस्ताना कहती हो!!
कैसे माफ़ कर दूँ तुम्हें!!
पहले जानबूझकर ग़लती करती हो फिर सॉरी कहती हो!!
जो रूठ जाऊं कभी तो तू मना लिया कर!!
तेरी ख़ामोशी मुझे बिलकुल भी पसंद नहीं!!
यू खामोश मत हुआ कर!!
गलती की है तो डांट लिया कर!!
हम माफी भी मांग लेंगे!!
बात बंद मत किया कर!!
मुझे मेरे व्यवहार से बहुत अफ़सोस है!!
काश मैंने जो कहा उसपर मेरा कण्ट्रोल होता!!
I’m really very sorry my LOVE!!
देखा है आज मुझे भी गुस्से की नज़र से!!
मालूम नहीं आज वो किस-किस से लड़े है!!
किसी से इतना भी नाराज नहीं होना चाहिए!!
कि सामने वाले को फर्क ही पड़ना बंद हो जाए!!
छल में बेशक बहुत बल है,
लेकिन माफ़ी आज भी अंतिम हल है।
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ हो जाती हैं,
जब वो मुस्कुरा के पूछती है नाराज हो क्या।
खता हो ना हो मै माफ़ी मांग लेता हूं,
लफ्ज़ ख़र्च हों तो हो, पर शख़्स बच जाते है।
मेरी गुस्ताखियों को तुम माफ़ करना,
मै तुम्हें तुम्हारी इजाजत के बिना भी याद करता हूं।
शिकायत करने से खामोश रहना बेहतर है ,
जब किसी को फर्क नहीं पड़ता मेरे
होने या ना होने से तो फिर शिकायत कैसी !
अधूरी सी है जिंदगी, कुछ अधूरा ख़्वाब है !
ख़ुशियाँ थोड़ी है पर दर्द बेहिसाब है !
कोई ज़ख्म देता है तो कोई ज़ख़्मों को हवा देता है
जो भी मिलता है दर्द को मेरे और भी बढ़ा देता है !!
तुझसे अब शिकवा ही क्या करूं ऐ जिंदगी जो भी मिलता है दग़ा दें जाता है ।