देवी चित्रलेखा जी की जीवनी

चित्रलेखा जी एक भारतीय प्रसिद्ध कथा वाचक और आध्यात्मिक वक्ता हैं जो अपनी प्रेरक वार्ताओं और धर्मोपदेश के लिए प्रसिद्ध हैं।
देवी चित्रलेखा जी मात्र 4 साल की थी तब वे गुरु गिरधारी बाबा की संस्था से जुड़ गई थी और कथा की ट्रेनिंग ली थी। देवी चित्रलेखा जब 6 साल की थी तब उन्होंने लोगों को उपदेश देना शुरू कर दिया था. और वे तभी से कथा करती हैं. 2019 में चित्रलेखा जी को आध्यात्मिक तथा युवा उपनिदेशक के लिए “वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड” से सम्मान दिया गया था. इनकी उम्र 2023 में 26 वर्ष है। आइए हम आपको देवी चित्रलेखा जी के जीवन से परिचित करवाते हैं –

जन्म : चित्रलेखा जी का जन्म 19 जनवरी 1997 को ब्राह्मण परिवार, गांव खम्बी, जिला पलवल, हरियाणा (भारत) में हुआ था।
देवी चित्रकला जी की उम्र अभी 2023 में 26 वर्ष है. देवी चित्रलेखा जी का शुरुआती जीवन अपने गांव खंबी में ही व्यतीत हुआ. देवी चित्रलेखा जी ने अपना शुरुआत के 3 साल का जीवन अपने जन्म स्थान पर व्यतीत किया, इसके बाद चित्रलेखा जब 4 वर्ष की थी तब उन्हें उनके पिताजी ने “श्री गिरधारी बाबा” नाम के एक संत के मार्गदर्शन में शिक्षा प्राप्त करने के लिए भेज दिया था. वहां पर उन्होंने कथा करना सीखा।

परिवार : देवी चित्रलेखा जी अपने परिवार के साथ हरियाणा के पलवल में रहती है। देवी चित्रलेखा जी के पिता का नाम तुकाराम शर्मा है। और इनकी माता का नाम चमेली देवी है। देवी चित्रलेखा जी के दादाजी का नाम राधा किशन शर्मा था, और दादी का नाम किशन देवी था । देवी चित्रलेखा जी के बड़े भाई का नाम प्रत्यक्ष शर्मा है। देवी चित्रलेखा अपने परिवार के साथ बहुत खुश है। देवी चित्रलेखा ने 23 मई 2017 को मात्र 20 साल की उम्र में शादी कर ली थी। देवी चित्रलेखा के पति का नाम माधव प्रभु जी है। जिनका रियल नाम माधव तिवारी है। इन्होंने पलवल हरियाणा के गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में विवाह किया था। देवी चित्रलेखा जी के पति माधव प्रभु छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रहने वाले हैं, लेकिन शादी के बाद वे दोनों पलवल हरियाणा में ही रहते हैं। देवी चित्रलेखा के अभी कोई बच्चे नहीं है।

शिक्षा : चित्रलेखा ने केवल 4 वर्ष की आयु में गौड़ीय वैष्णव (चैतन्य महाप्रभु द्वारा स्थापित) समाज की दीक्षा एक बंगाली बाबा, जिन्हें श्री श्री गिरधारी बाबा के नाम से जाना जाता है ,केवल 7 वर्ष की छोटी-सी आयु में उनका यह सफर शुरू हुआ था, जो अब तक जारी है।

देवी चित्रलेखा ने शुरुआती शिक्षा अपने गांव के सरकारी स्कूल से की । इसके बाद जब वे 4 वर्ष की थी तब उनके पिताजी ने उन्हें श्री गिरधारी बाबा जी के आश्रम “गौड़ीय वैष्णववाद की शिक्षा” के लिए भेज दिया था। उनके पिताजी ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि जब देवी चित्रलेखा का जन्म हुआ था, तब उनके पिताजी ने कई संतो तथा साधु को अपने घर पर आमंत्रित किया था। तब एक संत ने उनके पिता जी से कहा था कि- “यह चमत्कारी बच्ची है, वह निकट भविष्य में दुनिया भर के लोगों को एक महान प्रबुद्ध व्यक्ति के रूप में आश्चर्यचकित कर देगी”।

करियर: देवी चित्रलेखा जी एक आध्यात्मिक वक्ता तथा संगीत कलाकार हैं। और यह एक भगवत गीता उपदेशक भी हैं। इसके साथ ही देवी चित्रलेखा जी एक मोटिवेशनल स्पीकर भी है। देवी चित्रलेखा मात्र 4 साल की थी तब उनके पिताजी ने उन्हें गुरु गिरधारी बाबा जी के पास “गौड़ीय वैष्णववाद की शिक्षा” के लिए भेज दिया था। और वे उनकी संस्था से जुड़ गई थी और कथा की ट्रेनिंग ली थी। देवी चित्रलेखा जब 6 साल की थी तब उन्होंने लोगों को उपदेश देना शुरू कर दिया था। और उन्होंने तभी से कथा करना शुरू कर दिया था। 2019 में चित्रलेखा जी को आध्यात्मिक तथा युवा उपनिदेशक के लिए “वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड” से सम्मान दिया गया था। देवी चित्रलेखा जी भारत की पहली ऐसी कथावाचक है जिन्होंने सबसे कम उम्र में कथा करना शुरू किया। एक बार देवी चित्रकला ने सड़क पर एक गाय को घायल देखा तो उसका तुरंत उपचार करवाया और अपने जन्म स्थान पलवल में सन 2013 में “गौ सेवा धाम हॉस्पिटल “ की शुरुआत की। वहां पर गायों की देखभाल की जाती है। अभी 20 अप्रैल से 29 अप्रैल 2023 तक देवी चित्रलेखा जी की कथा अमेरिका में होने वाली है। इससे पहले भी वे अमेरिका में कथा कर चुकी हैं।

सोशल मीडिया अकाउंट : देवी चित्रलेखा जी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर काफी ज्यादा एक्टिव रहती हैं. वह अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अधिकतर अपने मोटिवेशनल वीडियो तथा फोटो शेयर करती रहती है. इनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर 2566 पोस्ट है और 855k फॉलोअर्स हैं।

देवी चित्रलेखा से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ :

देवी चित्रलेखा भारत की सबसे कम उम्र की आध्यात्मिक और धार्मिक कथा वाचक हैं। जो भगवान श्री कृष्ण और भगवान श्री राम की कथा का पाठ करने के लिए जानी जाती हैं।

देवी चित्रलेखा जी एक आध्यात्मिक वक्ता तथा संगीत कलाकार हैं. और यह एक भगवत गीता उपदेशक भी हैं।

देवी चित्रलेखा मात्र 4 साल की थी तब वे गुरु गिरधारी बाबा की संस्था से जुड़ गई थी और कथा की ट्रेनिंग ली थी।

देवी चित्रलेखा जब 6 साल की थी तब उन्होंने लोगों को उपदेश देना शुरू कर दिया था. और वे तभी से कथा करती हैं।

सन 2019 में चित्रलेखा जी को आध्यात्मिक तथा युवा उपनिदेशक के लिए “वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड” से सम्मान दिया गया था।

देवी चित्रलेखा जी के ट्रस्ट का नाम “वर्ल्ड संकीर्तन यात्रा ट्रस्ट” है. जिन्होंने इस संस्था की स्थापना 10 मार्च 2008 को की थी।

देवी चित्रलेखा जी ने सन 2013 में गौ सेवा धाम हॉस्पिटल को शुरू किया था।

देवी चित्रलेखा जी का यूट्यूब पर भी पेज है जिस पर वे अपने भजन तथा कथा की वीडियो शेयर करती हैं और लाइव भी चलाती हैं।

    तो दोस्तो ,हमारे द्वारा इस लेख में देवी चित्रलेखा जी के बारे में दी गई जानकारी से अवगत होकर आपको कैसा लगा । कमेंट करके हमें अवश्य बताएं।