कान में कीड़ा या चींटी (Worm and Ent) घुस जाए तो कैसे निकालें घरेलू उपाय (home remedies) क्या क्या है ? कान दर्द से तुरंत राहत पाने के आयुर्वेदिक (Ayurvedic) और घरेलू उपाय क्या क्या है ?

If a worm or ant enters the ear, how to remove it, what are the home remedies?- जैसा कि हम जानते हैं की कान की नली यानी ईयर कैनल काफी सेंसिटिव होती है। इसमें किसी भी बाहरी वस्तु के जाने को कान में फॉरेन ऑब्जेक्ट का जाना कहा जाता है। कान में कोई छोटी चीज से लेकर कीट-पतंग के जाने से कान में दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती है। ऐसा देखा गया है कि कई बार बच्चों में खेलते या सोते समय कान में कोई कीड़ा या छोटी चीज चली जाती है। जो आपके बच्चे के कान को अंदर से नुकसान पहुंचा सकती हैं। कान में कुछ भी अटक जाए तो उससे तेज दर्द हो सकता है। कई मामलों में यह बहुत खतरनाक भी हो सकता है। जैसे सुनने की क्षमता कम होना, संक्रमण रक्तस्राव और कान के पर्दे भी खराब कर सकते हैं।अक्सर छोटे बच्चे मस्ती में एक-दूसरे के कान में या खुद अपने ही कान में कोई छोटी चीज जैसे- बटन, मटर के दाने, बीन्स, खिलौने का कोई टुकड़ा आदि डाल लेते हैं। ऐसी चीजें कान के अंदर जाकर फंस जाती हैं और आसानी से नहीं निकलती। खेल खेल में बच्चे फल सब्जी के छोटे बीज या टुकड़ा, पत्थर या ईंट के टुकड़े अन्य कोई भी छोटी चीज कान में डाल लेते हैं। कभी-कभी कान में तिलचट्टा, मक्खी, मच्छर, चींटी या कोई भी ऐसी छोटी कीट पतंग कान में अचानक ही घुस सकती है।
यह बड़ों के साथ भी हो सकता है। कान में कुछ जाने पर सेंसेशन महसूस होने के साथ ही दर्द हो सकता है और सुनने की क्षमता भी कम हो सकती है। बाहरी वस्तु कुछ भी हो सकती है जो जानबूझकर डाली जाती है, जैसे ईयर बड या कॉटन स्वैब या दुर्घटनावश कोई चीज चले जाना जिसमें छोटी कीट-पतंग भी शामिल है। ऐसी चीजें भी कान के अंदर जाकर फंस जाती हैं और आसानी से नहीं निकलती।

कान में कुछ चला गया है इसके लक्षण क्या है ?

      कई बार ऐसा होता है कि कान में किसी कीड़े के जाने का उसी समय पता नहीं चलता है। बाद में आपको इसके लक्षण महसूस होते हैं।कान में कुछ जाने पर दिखने वाले लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि कान में गई चीज क्या है, उसका आकार और शेप क्या है। हालांकि कान में कुछ जाने पर दिखने वाले कुछ सामान्य लक्षण हैः

० इनमें सबसे आम लक्षण दर्द और असुविधा हैं।

० इसमें सुनने की क्षमता भी कम हो सकती है।

० कान में कई कपाल तंत्रिकाएं होती हैं जो मस्तिष्क को जानकारी देती हैं। कान के अंदर गया कीड़ा इन नसों को परेशान कर सकता है।

० समस्या यह है कि कान के अंदर कीड़ा जीवित हो सकता है और रेंगने पर कान में अजीब सनसनी हो सकती है।

० वो कान में फंसने के दौरान बार-बार काटता या डंक मार सकता है, जो बहुत दर्दनाक हो सकता है।

० कई बार उल्टी या सूखी खांसी का भी एहसास होता है।

० बाहरी ईयर कैनल में संक्रमण हो सकता है।

० कान में कुछ बजने की आवाज आना जैसा भी महसूस होता है।

कान में घुसे चीज को निकालने या कान दर्द को कम करने का घरेलू उपाय (home remedies) क्या-क्या है ?

आमतौर पर बड़े लोगों के साथ ये समस्या बहुत कम ही देखने को मिलती हैं । लेकिन छोटे बच्चों में ये समस्या ज्यादा देखी जाती है। क्योंकि बच्चें सबसे ज्यादा फर्श और मिट्टी में खेलते हैं जिसकी वजह से कीड़े बढ़ें ही आसानी से उनके कान में प्रवेश कर जाते हैं। जब ऐसी चीज होती है तो आपके कान में बहुत दर्द होने लगता है जो बेहद असहनीय हैं।

   लेकिन इस दर्द और कान में घुसे कीड़े की समस्या का भी निवारण हैं । जिससे आप घरेलू नुस्खों के जरिए ठीक कर सकते हैं और अपनी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

० झटका से: अगर आपके या आपके बच्चे के कान में कीड़ा चला गया हो तो आपको हलचल होने लगती है जो एक मुख्य कारण है कि कीड़ा आपके कान के अभी बाहरी सतह पर हैं। और वो ज्यादा अंदर नहीं गया है। इसके लिए पहले आप कान को जमीन के थोड़ी ऊपरी सतह पर रखें और इसके बाद कान के दूसरे हिस्से पर थपकी मारकर उसे झटका दें। ऐसा करने से आपके कान से कीड़ा बाहर निकल जाएगा।

० तेल: तेल एक बहुत ही अच्छा और असरदार उपाये है। अगर कान में कोई कीड़ा या फिर चींटी चला गया हो तो उसमें किसी भी तरह का तेल डाल लें। जैसे वैजिटेबल ऑइल, सरसों का तेल, नारियल का तेल, बेबी ऑयल, ऑलिव ऑयल,आदि डाल लें। साथ ही एक कॉटन कान में हल्के हाथ से दबा दें और कान को नीचे करके सो जाएं। कुछ देर बाद तेल के साथ-साथ वह कीड़ा भी बाहर निकल आएगा।अगर आप चाहे तो तेल को गरम कर भी अपने कान में डाल सकते हैं ऐसा करने से कीड़ा मर भी जाएगा ।

० गुनगुना पानी: गुनगुना पानी एक बहुत अच्छा उपाये हैं। इससे आपको दर्द भी कम ही होगा। लेकिन अगर कीड़ा कान में ही मर गया है तो इसे बाहर निकालने के लिए आप कान में गुनगुना पानी डालें और फिर कान को नीचले हिस्से की तरफ झुकाकर झटका दें। ऐसा करने से कीड़ा बढ़े ही आसानी से बाहर आ जाएगा। मगर एक बात का विशेष ध्यान दें पानी ज्यादा गुनगुना नहीं होना चाहिए या ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे आपके कान के पर्दे को भी काफी नुकसान पहुंच सकता है।

० कपूर के पानी: कपूर का पानी एक बहुत ही अच्छा उपाये हैं कान में घुसे कीड़े को बाहर निकालने का। इसके लिए एक कपूर लें उसको थोड़े से पानी में घोल लें इसके बाद पीड़ित कान वाले हिस्से में डाल दें कुछ देर तक कान को ऐसे ही रहने दें। इसके बाद कान को जमीन के ऊपरी सतह पर रखकर उसके दूसरे कान में थपकी मारे। ऐसा करने कान में कीड़ा मर जाएगा और आसानी से निकल जाएगा।

कान में यदि कुछ चला जाए तो क्या नहीं करना चाहिए ?

० कान में कोई चीज जैसे ईयर बड या माचिस की तीली डालकर कान की जांच न करें। इससे कान में कई चीज और अंदर जा सकती है।

० ध्यान रहे कि कीट के अलावा यदि कान में कोई अन्य वस्तु है तो तेल का इस्तेमाल न करें।

० यदि आपको कान में गई चीज दिख नहीं रही है, तो किसी चीज से खुद ही निकालने की कोशिश न करें।

ऐसे में डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर सुरक्षित तरीके से कान में गई चीज को निकालेंगे।कान में कुछ जाने की समस्या अक्सर बच्चों के साथ होती है। इसलिए बच्चों पर खास निगरानी रखें।

कान में दर्द क्यों होता है ?

कान में कई तरह की समस्याएं होती हैं, कान में दर्द होना भी उन्हीं में से एक है। आमतौर पर कान में दर्द के साथ-साथ भारीपन की समस्या होती है। कान का दर्द कान से शुरू होकर धीरे-धीरे मुंह, गले और सिर तक भी जा सकता है। कान में दर्द कई कारणों से होता है।

कान में दर्द होने के कारण कौन-कौन से हैं ?

कान दर्द के कारण मरीज का सोना, एक जगह चैन से बैठना या दैनिक जीवन के किसी भी काम को करना मुश्किल हो जाता है। कान के दर्द का इलाज इसके कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है।

० कान में मैल जमना: आमतौर पर हम अपने शरीर के सभी अंगों की साफ-सफाई का खास ध्यान रखते हैं, लेकिन जब बात कान की आती है तो हम पीछे छूट जाते हैं।

० साइनस संक्रमण: साइनस से पीड़ित मरीज को कान में दर्द होने का खतरा अधिक होता है। साइनस से पीड़ित मरीज को कान में दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

० कान के पर्दे की समस्या: कई बार कान का पर्दा कान में दर्द का कारण बन सकता है। कान के पर्दे में चोट लगने, कान का पर्दा फटने या दूसरी किसी बीमारी या समस्या होने पर कान में दर्द की शिकायत हो सकती है।

० कान में फुंसी होना: कान में दर्द का कारण कान में पनपा फुंसी भी हो सकता है। फुंसी कई कारणों से हो सकता है।

० कान में पानी या शैम्पू जाना: अक्सर नहाते समय कान में पानी या शैम्पू चला जाता है। कान में दर्द के सामान्य कारणों में नहाते समय कान में पानी या शैम्पू जाना भी शामिल है।

० गले में खराश: गले में खराश होने पर व्यक्ति को कान में दर्द हो सकता है। गले में खराश का मुख्य कारण सर्दी और जुकाम होता है।

कान दर्द ना हो इसके लिए क्या क्या करना चाहिए ?

० नियमित रूप से कान की सफाई नहीं करने से कान में मैल जमा हो जाता है जिसके कारण कान में दर्द हो सकता है।

० अगर कान में दर्द का कारण फुंसी है तो जल्द से जल्द इसका उपचार कराना चाहिए ताकि भविष्य में होने वाली जटिलताओं का खतरा कम किया जा सके।

० कान में पानी या शैम्पू जाने से बचने के लिए आप नहाते समय अपने कान में कॉटन डाल सकते हैं।

० इन सबके अलावा अन्य कारणों से भी कान में दर्द हो सकता है जैसे कि दांत या जबड़े में दर्द होना आदि।

कान दर्द से छुटकारा पाने का आयुर्वेदिक एवं घरेलू उपाय क्या-क्या है ?

कान का दर्द घरेलू उपचार से दूर किया जा सकता है। लेकिन अगर इसका कारण कोई गंभीर मेडिकल स्थति है तो फिर डॉक्टर कान दर्द का इलाज करने के लिए दवाओं या सर्जरी आदि का सहारा लेते हैं। यह जांच के बाद ही डॉक्टर पता लगा पाते हैं।

अगर आपके कान के दर्द का कारण कोई सामान्य समस्या है तो आप निम्न कान का दर्द घरेलू उपचार की मदद ले सकते हैं।

० लहसून: लहसून की कली को सरसो तेल में मिलाकर गर्म करें और तेल ठंडा होने के बाद उसे छान लें और फिर उसकी कुछ बूंदों को कान में डालने से कान दर्द में फायदा हो सकता है।

० प्याज का रस: प्याज के रस को पानी में मिलाकर उसे हल्का गर्म करें और फिर उसमें से 2-3 बून्द पानी को कान में डालने से कान दर्द में राहत मिलती है।

० अदरक: अदरक को पीसकर उसके रस को जैतून तेल में मिलाकर उस तेल की 2-3 बूंदें कान में डालने से कान दर्द में मदद मिलती है।

इन सबके अलावा भी कान में दर्द का घरेलू उपचार करने के अनेक उपाय मौजूद हैं जिसमें निम्न का इस्तेमाल शामिल हो सकता है:-
मेथी,नीम,दवा बेल,पिपरमेंट,अजवाइन,जैतून तेल,आम के पत्ते,केले का तना,तुलसी का रस

साथ ही आप, कान दर्द का तुरंत इलाज करने के लिए निम्न तरीकों भी इस्तेमाल कर सकते हैं:

० सरसों तेल के जरिए
० नीम की पत्ती के जरिए
० नमक के जरिए
० ऑलिव ऑयल के जरिए का
० पानी की गर्म बोतल के जरिए

ध्यान रहे कि डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही आप कान में दर्द का उपचार करने के लिए ऊपर दिए गए घरेले नुस्खों का इस्तेमाल करें। बिना डॉक्टर की सलाह के कान में किसी भी तरह के पदार्थ को डालना खतरनाक साबित हो सकता है।

FAQ

क्या माचिस की तीली से या ईयर बड कान साफ करना चाहिए ?

उत्तर:कान साफ करने के लिए माचिस के तीली का या ईयर बड का कभी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे आपके कान के पर्दे को नुकसान पहुंच सकती है।

क्या सरसों का तेल कान में डाल सकते हैं ?

उत्तर: यदि आपके कान में किसी प्रकार का छोटा कीड़ा घुस गया हो तो उसे निकालने के लिए आप तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

कान के डॉक्टर को क्या कहते हैं ?

उत्तर: कान के डॉक्टर को ईएनटी (ENT Specialist) स्पेशलिस्ट भी कहा जाता है जो कान नाक और गला का विषय होता है।