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मनीष कश्यप (पत्रकार) की जीवनी (Biography)

मनीष कश्यप (Manish Kashyap Biography) एक भारतीय पत्रकार हैं। वह बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, अपने सच तक न्यूज चैनल के जरिए वह लोगों को बिहार की अर्थव्यवस्था और प्रशासनिक सेवाओं में हो रही कमियों और धांधलियों के बारे में मजबूती से बताते हैं। वह सोशल मीडिया पर बेहद लोकप्रिय हैं और रिपोर्टिंग के दौरान अपने अंदाज के लिए मशहूर हैं। उनके वीडियो को लाखों की संख्या में लोग देखते हैं और कमेंट में भ्रष्ट शासन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की बात कहते रहते हैं।

मनीष कश्यप जिन्हें सन ऑफ़ बिहार के नाम से भी जाना जाता है। इनका जन्म 9 मार्च 1991 में बिहार के चम्पारण जिले में एक छोटे से गाँव डुमरी महनवा में हुआ था। इनके पिता का नाम उदित कुमार तिवारी है जो अभी भारतीय सेना में कार्यरत हैं और इनकी माता एक ग्रहणी हैं। इनके एक बड़े भाई हैं जो किसी निजी कंपनी में कार्यरत हैं।

जन्म और प्रारंभिक जीवन : मनीष कश्यप का जन्म 9 मार्च 1988 को बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के एक बहुत छोटे से गाँव डुमरी महनवा में हुआ था। उनके पिता का नाम उदित कुमार तिवारी है, जो भारतीय सेना में कार्यरत हैं, उनके एक भाई एक निजी कंपनी में काम करते हैं।

शिक्षा : मनीष जी बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल हैं। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा 2007 में एक स्थानीय गांव के स्कूल से पूरी की और 2009 में 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद महाराष्ट्र आ गए, 2016 में सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की। इंजीनियरिंग के बाद, मनीष कहीं भी काम करने के बजाय अपने गृह राज्य बिहार लौट आए। और पत्रकारिता को अपना पेशा बना लिया।

आजीविका : 13 जुलाई 2018 को मनीष ने यूट्यूब पर “सच तक” न्यूज चैनल शुरू किया और लोगों को वीडियो के जरिए सरकार की नाकामियों और गलतियों के बारे में बताना शुरू किया। भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सशक्त आवाज के कारण उन्हें ‘बिहार का बेटा’ कहा जाता है। उन्होंने अपनी अनोखी पत्रकारिता से न सिर्फ बिहार में बल्कि पूरे भारत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

कैरियर की शुरुआत: अपनी इंजीनियर की पढाई पूरी करने के बाद जब ये अपने घर लौटे तो इन्हें समाज में काफी असमानताएं देखने को मिली। कहीं सरकार द्वारा भ्रष्टाचार चल रहा है तो कहीं गरीबों का हक़ मारा जा रहा है और कहीं विकास में लगाए गए जनता के पैंसों को अधिकारीयों द्वारा गबन किया जा रहा है।

इन सब को देखते हुए उन्होंने आवाज उठाने के लिए पत्रकारिकता का माध्यम चुना। मनीष कश्यप के करियर की शुरुआत 13 जुलाई 2018 में की थी, इस दिन इन्होने अपना न्यूज़ चैनल Sach Tak News को यूट्यूब पर शुरू किया था।

सोशल मीडिया के जरिये जब इन्होने अपनी पहचान बना ली उसके बाद मनीष कश्यप ने राजनीति में अपना हाथ आजमाना चाहा। वर्ष 2020 में ये बिहार विधानसभा चुनाव में चनपटिया विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए थे। जिसमें वो तीसरे स्थान पर रहे, इनको 9239 (5.26 %) वोट मिले थे।

चुनाव में इनका चुनावी घोषणा पत्र समस्त बिहार में चर्चा का विषय बन गया था जिसमें इन्होने घोषणापत्र में कोर्ट से एफिडेविट बनाकर शपथ पात्र जारी किया था। जिसपर लिखा गया था कि मेरे द्वारा किए गए वादों को पूरा न किया गया तो जनता मुझपर मुकदमा कर सकती है। लेकिन फिर भी इन्हें हार का सामना करना पड़ा।

परिवार : मनीष कश्यप जी के पिताजी भारतीय सेना में एक जवान हैं । उनकी माताजी घरेलू कामकाजी महिला है उनके एक भाई है जिसके बारे में बहुत जानकारी नहीं मिलती । मनीष कश्यप जी का विवाह नहीं हुआ है और ना ही वर्तमान में उनकी कोई गर्लफ्रेंड है। मनीष कश्यप जी ब्राह्मण जाति से संबंध रखते हैं तथा उनकी राष्ट्रीयता भारतीय है। मनीष कश्यप की उम्र 32 साल है।

सोशल मीडिया उपस्थिति : मनीष कश्यप जी फेसबुक पर मनीष कश्यप नाम से पेज चलाते हैं ।उनका इंस्टाग्राम आईडी भी है जो मनीष कश्यप  के नाम से दर्ज है। इसके अलावा महत्वपूर्ण रूप से यूट्यूब पर वे आज तक नाम से यूट्यूब चैनल बनाए हैं जिस पर वे पत्रकारिता संबंधित वीडियो अपलोड करते हैं । वर्तमान में मनीष कश्यप जी ट्विटर पर उपलब्ध नहीं है।

सैलरी : सच तक न्यूज़ चैनल के मालिक और पत्रकार तथा सन ऑफ बिहार के नाम से प्रसिद्ध मनीष कश्यप जी की मासिक सैलरी की बात करें तो वर्तमान में उनका मासिक वेतन 10 से 15 लाख रुपए है। लेकिन यह भी सच है कि वह अपनी मंथली इनकम का एक बहुत बड़ा हिस्सा लोगों की मदद करने में करते हैं तथा दान देते हैं।
          वर्ष 2020 में विधानसभा चुनाव में दी गई सूचना के अनुसार मनीष कश्यप के पास 15 लाख 70 हजार चल सम्पति और 25 लाख अचल सम्पति है।

प्रसिद्धि: मनीष कश्यप की जीवनी न केवल लोगों की समस्याओं को निडर होकर सबके सामने लाती है, बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों के भ्रष्टाचार को भी उजागर करती है और उनकी सच्चाई भी सबके सामने लाती है। इसी सच्ची रिपोर्टिंग के कारण आज उनका नाम बिहार के सबसे लोकप्रिय न्यूज़ रिपोर्टर के रूप में है।

मनीष कश्यप को पुलिस ने गिरफ्तार क्यों किया ?

कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर तमिलनाडू में बिहारी मजदूरों के पीटने का वीडियो पूरे देश में बहुत वायरल हुआ। जिसमें यह दिखाया जा रहा था कि मजदूरों को मार-पीटकर भगाया जा रहा है। कुछ वर्ष पहले भी ऐसा ही मामला सामने आया था।

जिसमें कभी महाराष्ट्र से तो कभी दिल्ली, मणिपुर में मजदूरों को मार-पीटकर भगाया जा रहा था जो कि बाद में सब फ़र्ज़ी निकले। ठीक उसी प्रकार का मामला तमिलनाडु के देखने को मिलता है। मनीष कश्यप ने सोशल मीडिया पर मजदूरों पर हो रहे हमलों का वीडियो शेयर किया, जिसे जांच के बाद फ़र्ज़ी बताया गया

और दावा किया कि यह वीडियो तमिलनाडू का नहीं है। मनीष के खिलाफ फर्जी खबरें और फर्जी वीडियो शेयर करके के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके संपत्ति की जांच की जा रही है।

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