एक बार एक घमंडी हाथी था जो हमेशा छोटे जानवरों को तंग करता था। वह अपने घर के पास के बाँबी में जाकर चींटियों पर पानी छिड़कता था। चींटियाँ, अपने आकार के साथ, रोने के अलावा कुछ नहीं कर सकती थीं। हाथी बस चीटियों पर हँसता और चींटियों को धमकी देता कि वह उन्हें कुचल कर मार डालेगा।
एक दिन चींटियों के पास उनकी संख्या पर्याप्त थी और उन्होंने हाथी को सबक सिखाने का फैसला किया। वे सीधे हाथी की सूंड में जा घुसे और उसे काटने लगे। हाथी केवल दर्द से कराह सकता था।
तभी उसे अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने चींटियों और उन सभी जानवरों से माफी मांगी जिन्हें उसने तंग किया था।
कहानी की नीति: विनम्र रहें और सभी के साथ दया का व्यवहार करें। अगर आपको लगता है कि आप दूसरों से ज्यादा मजबूत हैं, तो अपनी ताकत का इस्तेमाल उन्हें नुकसान पहुंचाने के बजाय उनकी रक्षा करने में करें।