रहस्यमय बोलने वाला गुफा की कहानी

एक दिन एक शेर भोजन की तलाश कर रहा था। वह बहुत बूढ़ा और कमजोर था और अपने शिकार का पीछा करके उसे पकड़ने में असमर्थ था। अचानक शेर को रास्ते में एक गुफा दिखाई पड़ा और अंदर जाकर देखा तो वह खाली था।

इससे शेर को एक विचार आया और उसने मन ही मन सोचा, “अगर मैं यहाँ रहूँगा, तो गुफा का मालिक वापस आ जाएगा और तभी मैं उस पर कूदूँगा और उसे अपना भोजन बनाऊँगा।”

उसने रात होने तक धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा की और वास्तव में गुफा में रहने वाला सियार वापस आ गया। सियार ने शेर के पैरों के निशान देखे और उसे शक हुआ। सियार ने शेर को मूर्ख बनाने का फैसला किया और गुफा से पूछने लगा कि आज गुफा उससे बात क्यों नहीं कर रही है।

शेर ने सोचा कि शायद गुफा वास्तव में हर रात सियार से बात करता है और तभी शेर उसे अपने पास बुलाने का फैसला किया और गुफा के अंदर से आवाज लगाया। शेर की आवाज सुनकर सियार को यकीन हो गया कि शेर अंदर छिपा है और वह अपनी जान बचाने के लिए वहां से भाग गया।

कहानी की निष्कर्ष: विनम्र रहें और सभी के साथ दया का व्यवहार करें। अगर आपको लगता है कि आप दूसरों से ज्यादा मजबूत हैं, तो अपनी ताकत का इस्तेमाल उन्हें नुकसान पहुंचाने के बजाय उनकी रक्षा करने में करें।