20 benefits of eating garlic- लहसुन का भी इस्तेमाल लगभग हर भारतीय रसोई में किया जाता है। मसाले के रूप में लहसुन का इस्तेमाल खाने का स्वाद और सुगंध बढ़ाने के लिए किया जाता है। लहसुन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। मसालों के रूप में लहसुन का सेवन करने के अलावा आप इसे कई दूसरे तरीके से भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कुछ बीमारियों और समस्याओं में कच्चे लहसुन का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। कुछ बीमारियों और समस्याओं में कच्चे लहसुन का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद गुण कैंसर जैसी घातक बीमारी के खतरे को कम करने का काम करते हैं। लेकिन किसी भी खाद्य पदार्थ का जरूरत से ज्यादा सेवन सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक माना जाता है। लहसुन का सेवन कुछ लोगों के लिए फायदे की जगह नुकसान का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं लहसुन खाने के क्या फायदे हैं? लहसुन कब खाना चाहिए?कितनी मात्रा में खाना चाहिए? और कब नहीं खाना चाहिए? तथा ज्यादा मात्रा में लहसुन खाने के क्या नुकसान है?
लहसुन खाने के 20 फायदे क्या क्या है ?(20 benefits of eating garlic)
लहसुन खाने के 20 फायदे निम्नलिखित हैं:
० खांसी और जुकाम से बचाता है: कच्चे लहसुन (गार्लिक) में खांसी और जुकाम के इंफेक्शन को दूर करने की क्षमता होती है। खाली पेट लहसुन (गार्लिक) की दो कली कुचल कर खाने से सबसे ज़्यादा फायदा होता है। बच्चों और शिशुओं के लिए, लहसुन (गार्लिक) की कलियों को धागे में बांधकर उनके गले में पहनाने से कफ जमने के लक्षणों से राहत मिलती है।
० दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है: लहसुन (गार्लिक) में पाया जाने वाला एलिसिन कंपाउंड एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) के ऑक्सीकरण को रोकता है। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है और दिल की सेहत में सुधार करता है। लहसुन (गार्लिक) का नियमित सेवन से खून के थक्के नहीं जमते हैं और इस तरह से यह थ्रोम्बोएम्बोलिज्म (खून के थक्के से रक्त वाहिका में रुकावट) को रोकने में मदद करता है। लहसुन (गार्लिक) ब्लड प्रेशर को भी कम करता है इसलिए यह हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए अच्छा है।
० दिमाग की कार्यप्रणाली में सुधार करता है: लहसुन (गार्लिक) अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण दिमाग की सेहत को बेहतर बनाता है। यह अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों में असरदार है।
० पाचन में सुधार करता है: कच्चे लहसुन (गार्लिक) को डाइट में शामिल करने से पाचन से जुड़ी समस्याएं ठीक हो जाती हैं। यह आंतों को फायदा पहुंचाता है और जलन को कम करता है। कच्चा लहसुन (गार्लिक) खाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। अच्छी बात यह है कि यह खराब बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है और आंत में अच्छे बैक्टीरिया की रक्षा करता है।
० ब्लड शुगर को संतुलित रखता है: देखा गया है कि डायबिटीज से पीड़ित लोगों द्वारा कच्चे लहसुन (गार्लिक) का सेवन करने पर उनका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।
० इम्युनिटी बढ़ाता है: लहसुन (गार्लिक) में मौजूद जिंक रोग इम्युनिटी बढ़ाता है। विटामिन C इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है। यह आंख और कान के इंफेक्शन में बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें एंटीमाइक्रोबियल (रोगाणुरोधी) गुण होते हैं।
० स्किन की सेहत में सुधार करता है: लहसुन (गार्लिक) मुंहासों को रोकने में मदद करता है और मुंहासों के निशान को हल्का करता है। कोल्ड सोर (मुंह के किनारे होने वाले छाले या फफोले), सोराइसिस, चकत्ते और छाले, इन सभी सभी परेशानियों में लहसुन (गार्लिक) के रस इस्तेमाल से फायदा मिल सकता है। यह यूवी किरणों से भी बचाता है और इसलिए स्किन की उम्र बढ़ने से रोकता है।
० वज़न घटाने में मददगार है: लहसुन (गार्लिक) फैट जमा करने वाली एडीपोज सेल्स (वसा कोशिकाओं) के निर्माण के लिए जिम्मेदार जीन को कम करता है। यह शरीर में थर्मोजेनेसिस को भी बढ़ाता है और ज़्यादा फैट बर्न करने और एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को कम करने में मदद करता है।
० एक्सरसाइज की थकान को कम करता है: जापान के अध्ययनों के मुताबिक, पानी और अल्कोहल के मिश्रण में रखे गए कच्चे लहसुन (गार्लिक) को खाने से एक्सरसाइज की सहनशक्ति पर अहम असर पड़ सकता है। इंसानों पर भी अध्ययन किए गए हैं जिनसे पता चला है कि लहसुन (गार्लिक) वास्तव में एक्सरसाइज से होने वाली थकान के लक्षणों में सुधार कर सकता है।
० हार्ट ब्लॉकेज से बचाता है: माना जाता है कि लहसुन (गार्लिक) आपके खून में प्लेटलेट्स की चिपचिपाहट को कम करने में मदद करता है। ये प्लेटलेट्स खून के थक्के जमने के लिए जिम्मेदार होते हैं। लहसुन (गार्लिक) की सही खुराक लेने से खून पर प्लेटलेट्स के अत्यधिक थक्का जमने के प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है। इसलिए, यह धमनियों (आर्टरी) के अंदर ऐसे अनावश्यक खून के थक्कों को रोकने में मदद कर सकता है जो आपके दिल तक पहुंच सकते हैं जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है।
० ऑस्टियोआर्थराइटिस (अस्थिसंधिशोथ) के प्रभाव या शुरुआत को कम करता है: अपनी नियमित डाइट में लहसुन (गार्लिक) खाने से यह ऑस्टियोआर्थराइटिस (अस्थिसंधिशोथ) की शुरुआत को रोकने या कम करने में भी मदद कर सकता है। रिसर्च से पता चला है कि लहसुन (गार्लिक) में डायलिल डाइसल्फाइड नाम का कंपाउंड होता है जो हड्डियों की डेंसिटी (घनत्व) को बनाए रखने में मदद करता है।
० एस्ट्रोजन की कमी को दूर करता है: बुज़ुर्ग महिलाओं के लिए मेनोपॉज़ (रजोनिवृत्ति) की अवधि अक्सर साइटोकिन नाम के प्रोटीन के अनियमित उत्पादन के कारण एस्ट्रोजन नामक मादा हार्मोन की कमी से जुड़ी हुई है। यह देखा गया है कि लहसुन (गार्लिक) का सेवन इसे कुछ हद तक नियंत्रित कर सकता है और इसलिए, यह मेनोपॉज़ (रजोनिवृत्ति) के बाद एस्ट्रोजन की कमी को दूर करने में प्रभावी हो सकता है।
० यूटीआई (मूत्र मार्ग में इंफेक्शन) से लड़ता है और गुर्दे (किडनी) की सेहत में सुधार करता है: ताजा लहसुन (गार्लिक) के रस में ई. कोली बैक्टीरिया के विकास को कम करने की क्षमता होती है जो मूत्र मार्ग में इंफेक्शन (यूटीआई) का कारण बनते हैं। यह किडनी इंफेक्शन को रोकने में भी मदद करता है।
० घावों के इंफेक्शन को कम करता है : लहसुन (गार्लिक) घावों के इंफेक्शन को कम करता है, बालों, हड्डियों की सेहत और लिवर की सेहत को बढ़ावा देता है। ज़्यादातर घरेलू उपचार तभी असरदार साबित होते हैं जब लहसुन (गार्लिक) को कच्चा खाया जाता है।
० एथलेटिक परफॉरमेंस में सुधार कर सकता है: लहसुन (गार्लिक) को “परफॉरमेंस बढ़ाने वाले” पदार्थों में से एक माना जाता है। पुराने ज़माने में मजदूरों की थकान मिटाने और उनकी कार्य क्षमता में सुधार करने के लिए लहसुन (गार्लिक) का इस्तेमाल किया जाता था।
० पेप्टिक अल्सर से बचाता है: लहसुन (गार्लिक) में ज़्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते है जिसके कारण यह फेफड़े, प्रोस्टेट, ब्लेडर, पेट, लिवर की रक्षा करता है। लहसुन (गार्लिक) का एंटीबैक्टीरियल (जीवाणुरोधी) एक्शन पेप्टिक अल्सर को रोकता है क्योंकि यह आंत में इसे बढ़ने नहीं देता है।
० कैंसर के लिए लहसुन: लहसुन के गुण से कैंसर के जोखिम से बचा जा सकता है। एक रिसर्च बताती है कि लहसुन में एंटी-कैंसर गुण होता है। ऐसे में लहसुन को कैंसर से बचाव का तरीका माना जा सकता है। ध्यान दें कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है, इसलिए लहसुन को इसका उपचार समझने की भूल न करें। कैंसर के इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
० हड्डियों की मजबूती के लिए फायदेमंद: लहसुन हड्डियों की समस्या में लाभकारी साबित हो सकता है। दरअसल, कच्चा लहसुन या लहसुन युक्त दवा के सेवन से शरीर को कैल्शियम अवशोषण में मदद मिलती है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों के कमजोर होने की बीमारी) से राहत मिल सकती है।
० गर्भावस्था के दौरान: लहसुन (गार्लिक) के फायदे गर्भावस्था के शुरुआती दौर में हो सकते हैं । गर्भवती और भ्रूण दोनों के लिए गर्भावस्था के दौरान लहसुन फायदेमंद हो सकता है । हालांकि गर्भावस्था में लहसुन को लेकर एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
० आंखों के लिए फायदेमंद: लहसुन खाने के फायदे आंखों को भी हो सकते हैं। रिसर्च पेपर में बताया गया है कि एकैंथअमीबा आंखों के गंभीर संक्रमण का कारण बनता है। साथ ही केरेटाइटिस (Keratitis) यानी आंख के पारदर्शी हिस्से कॉर्निया में सूजन भी पैदा करता है। ऐसे में लहसुन का अमीबिसाइडल (Amoebicidal) प्रभाव इस अमीबा को खत्म करके आंखों को इससे होने वाले संक्रमण से बचा सकता है।
किस मौसम में लहसुन कम खानी चाहिए ?
जैसा कि हम सभी जानते हैं लहसुन की तासीर गर्म होती है. इसीलिए गर्मियों में इसका इस्तेमाल कम करना चाहिए। हालांकि अगर आप डॉक्टर या आयुर्वेदिक वैद्य की सलाह से लहसुन खा रहे हैं तो इसके फायदे भी हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि लहसुन जरूरत से अधिक मात्रा में खाने से कई नुकसान भी हो सकते हैं।
ब्लड प्रेशर बीमारी में लहसुन कैसे लाभकारी है ?
लहसुन का इस्तेमाल सिर्फ सब्जियों में ही नहीं किया जाता है, बल्कि इसके कई सारे फायदे हैं। इसमें सबसे बड़ा फायदा हाई ब्लड प्रेशर से निपटने में हैं।
लहसुन में विटामिन बी12 होता है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा लहसुन में सल्फर होता है, जिससे नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) और हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S) गैसें बनती हैं। ये कंपाउंड हमारे ब्लड वेसल को आराम देते हैं और उन्हें फैलाने में मदद करते हैं।
FAQ
Q) क्या लो बीपी में लहसुन खाना चाहिए?
नहीं लहसुन ब्लड प्रेशर को और भी लोग कर देते हैं इसलिए लो बीपी में लहसुन ना खाएं।
Q) लहसुन कब नहीं खा सकते हैं?
पेट से जुड़ी समस्या या उल्टी के दौरान लहसुन नहीं खाना चाहिए।
Q) एक दिन में कितना लहसुन खानी चाहिए?
एक दिन में 4 ग्राम यानी एक से दो कलियां ही लहसुन खानी चाहिए।
Q) लहसुन में कौन सा पोषक तत्व पाया जाता है?
लहसुन में जिंक पाया जाता है।
Q) पुरुषों के लिए लहसुन खाने के क्या फायदे हैं?
लहसुन पुरुषों की प्रजनन क्षमता दर को बढ़ाता है।
Q) ज्यादा मात्रा में लहसुन खाने के क्या नुकसान है?
ज्यादा मात्रा में लहसुन खाना पाचन की समस्याएं, स्किन प्रॉब्लम और ब्लीडिंग डिसऑर्डर्स की समस्याएं उत्पन्न करता है।