बोटोक्स ट्रीटमेंट ( (Botox treatment)) क्या है? बोटोक्स इंजेक्शन (Botox Injection)क्या होता है? बोटोक्स ट्रीटमेंट के फायदे (Benefits) और नुकसान (Loss) क्या है? बोटोक्स ट्रीटमेंट कराने में कुल कितना खर्च (Cost)आता है?
(Botox treatment)- एक नारी की सबसे अमूल्य अलंकार उसकी सुंदरता होती है। स्त्री अपने यौवन रूप में सबसे ज्यादा सुंदर दिखती है। परंतु जैसे-जैसे यह समय व्यतीत होता है। स्त्री की सुंदरता में धीरे-धीरे आंशिक कमी दिखाई देने लगती है। चेहरे की मांसपेशियां ढीला पड़ जाना। चेहरे पर झुरिया आ जाना। त्वचा की चमक धीरे धीरे कम हो जाना। आदि समस्याएं एक-एक कर दिखाई पड़ने लगती है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए वे कई उपायों का प्रयोग करते रहती है। महिलाओं की इच्छा होती है कि वह हमेशा जवां दिखे।आधुनिक युग जहां विज्ञान इतनी तरक्की कर चुका है । वह इंसान को 40 की उम्र में 20 साल की उम्र जैसा चेहरा दे सकता है। बोटोक्स ट्रीटमेंट इसमें काफी हद तक सहायक होती है।
क्या है बोटोक्स ट्रीटमेंट ?
दरअसल बोटॉक्स लैब में बना हुआ एक प्रकार का प्रोटीन है जो स्टेरॉइड इंजेक्शन होता है। यह एक प्रकार का इंजेक्टेबल कॉस्मेटिक होता है। यह बोटूलिनम टॉक्सिन टाइप ए होता है जिसमें विशेष रुप से ओना बोटूलिनम टॉक्सिन टाइप ए का उपयोग किया जाता है। यह इंट्रामस्कुलर होता है यानी इसे मसल्स में दिया जाता है। यह मसल्स को सेमी पैरालाइज करता है। जो मसल्स को रिलैक्स करता है। इस इंजेक्शन के इस्तेमाल से चेहरे की झुर्रियों को कम किया जा सकता है। इंजेक्शन का प्रयोग आंखों के आसपास के झुर्रियों को दूर करने तथा चेहरे के फाइन लाइंस को दूर करने में मदद करती है। इसके इस्तेमाल से त्वचा सिकुड़ी हुई नहीं दिखती है। और आप जवान दिखते हैं।
बोटोक्स इंजेक्शन क्या होता है ?
चेहरे की एजिंग समस्याओं को दूर करने के लिए बोटोक्स ट्रीटमेंट में छोटी-छोटी इंजेक्शनों का प्रयोग किया जाता है जो कि बोटूलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन होते हैं। यह इंजेक्शन मसल्स में दिया जाता है। चेहरे के जिस हिस्से में झुर्रियां फाइन लाइंस या त्वचा का ढीलापन रहता है उन हिस्सों में इस इंजेक्शन का प्रयोग किया जाता है। इन इंजेक्शनों के प्रयोग से स्किन रिलैक्स करने लगती है। बोटॉक्स इंजेक्शन को लगाने की खास ट्रेनिंग दी जाती है। इंजेक्शन को लगाने पर इसका असर 3 से 7 दिन में दिखता है।
बोटोक्स ट्रीटमेंट के फायदे क्या है ?
बोटोक्स एक न्यूरोटोक्सीन है, यह नर्वस सिस्टम को टारगेट करता है। इसको एक विष कहना गलत नहीं होगा।लेकिन जब सही तरीके से और छोटी खुराक में इसका इस्तेमाल किया जाता है, तो इसके कई फायदे हो सकते हैं। इसके कॉस्मेटिक और चिकित्सकीय उपयोग दोनों हैं।
० ये इंजेक्शन उम्र बढ़ने के संकेतों की उपस्थिति को कम कर सकता हैं।
० बोटॉक्स इंजेक्शन का इस्तेमाल मांसपेशियों में इंजेक्ट कर यह उन ऊतकों में तंत्रिका आवेगों को रोकता है जो त्वचा में संकुचन पैदा करती है और यह आपको जवां दिखाती है।
० यह इंजेक्शन चेहरे की रेखाओं को नरम करने में भी मदद कर सकता है, लेकिन हमेशा उनसे छुटकारा नहीं मिल सकता है।
० बोटॉक्स मांसपेशियों को अस्थायी रूप से आराम दे सकता है। जिससे विभिन्न मांसपेशियों या तंत्रिका विकारों वाले लोगों को लाभ हो सकता है।
० बोटॉक्स का उपयोग मांसपेशियों में ऐंठन नियंत्रण मैं भी किया जाता है।
० यह गंभीर अंडर-आर्म पसीना, हथेली या पैरों के तलवों में आने वाले पसीना और कॉस्मेटिक सुधार के लिए भी किया जाता है।
० बोटॉक्स इंजेक्शन आंखों के आसपास और भौहों के बीच की झुर्रियों को सुधार करता है। यह चेहरे की मांसपेशियों के संकुचन को रोककर नई महीन रेखाओं के निर्माण को भी धीमा कर सकता है।
बोटोक्स ट्रीटमेंट से क्या नुकसान हो सकता है ?
विशेषज्ञों का कहना है की बोटॉक्स ट्रीटमेंट एंटी एजिंग के लिए सबसे प्रभावी उपचार है। लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट भी हैं।
० इसके दुष्प्रभावों में इंजेक्शन स्थल पर दर्द, संक्रमण, सूजन, लालिमा, रक्तस्राव और चोट लगना शामिल हैं।
० इनमें से कुछ एलर्जी का संकेत दे सकते हैं। जैसे खुजली, अस्थमा, दाने, लाल धब्बे, चक्कर आना और बेहोशी आदि शामिल है।
० यह संभव है कि वह इच्छित इंजेक्शन स्थान से थोड़ा आगे फैल जाए और आसपास के ऊतकों को प्रभावित करे।
० इसके दुष्प्रभावों में कुछ लक्षण जैसे शुष्क मुँह, थकान, सिरदर्द, गर्दन में दर्द, चोट लगना, इंजेक्शन के स्थान पर दर्द भी हैं।
० दुर्लभ मामलों में, झुकी हुई पलकें या भौहें भी दिखाई देती हैं जो कुछ महीनों के भीतर अपनी प्राकृतिक स्थिति में लौट आती हैं।
किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए इसे हमेशा प्रमाणित डॉक्टर से ही करवाना चाहिए।
बोटोक्स ट्रीटमेंट कराने से पहले या बाद में क्या सावधानी बरतनी चाहिए ?
० बोटोक्स लेने से पहले, 24 घंटे तक मादक पदार्थ के सेवन से बचें क्योंकि इससे चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है।
० विष को फैलने से रोकने के लिए कम से कम 3 दिनों तक चेहरे को न छुएं।
० इंजेक्टेड जगह पर किसी भी प्रकार की पेशेवर मालिश से बचें।
० 24 घंटों के लिए, फेशियल, मसाज, डर्मा फिलर्स और स्क्रब जैसे अन्य त्वचा उपचारों से बचें।
० ट्रीटमेंट के बाद 4 घंटे के भीतर सोने से बचें। इंजेक्शन वाली जगह के बल सोने से भी बचें।
बोटोक्स ट्रीटमेंट कराने में कुल कितना खर्च लगता है ?
दिल्ली में बोटॉक्स ट्रीटमेंट की लागत 2,500 से 60,000 रुपए प्रति सत्र हो सकता है। बोटॉक्स ट्रीटमेंट की लागत आवश्यक बोटॉक्स इंजेक्शन की संख्या के आधार पर भिन्न होती है, जो बदले में कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि इलाज किया जा रहा क्षेत्र और उपचार का उद्देश्य। ट्रीटमेंट का प्रभाव अस्थाई रहता है। 3 से 6 महीने तक ही होता है।