कान (Ear Wax) हमारे शरीर का अति संवेदनशील अंग है। कान का मैल या इयर वैक्स अति आवश्यक पदार्थ है। यह कान मे मौजूद एक प्राकृतिक अवरोध होता है, जो धूल व बैक्टीरिया आदि को कान के भीतरी हिस्सों में जाने से रोकता है। कान का मैल बहुत चिपचिपा है, इसलिए यह कान के अंदर जाने वाले सूक्ष्म कचरे को इकट्ठा कर लेता है। बिना इस सुरक्षात्मक अवरोध के आपके कान में कई प्रकार के जोखिम बढ़ जाते हैं। भले ही कान के मैल के काफी फायदे हों, लेकिन कई बार इससे कान की नली रुक जाती है, जिससे सुनने में परेशानी हो सकती है।
इयर वैक्स या कान का मैल क्या होता है (ear wax or earwax)?
कान के अंदर पाए जाने वाले पीले रंग के मोम जैसे पदार्थ को “कान का मैल” या “इयरवैक्स” कहा जाता है। यह पदार्थ कान में मौजूद चर्बी युक्त ग्रंथियों द्वारा बनाया जाता है। कान का मैल अक्सर कान से बाहर निकल जाता है। उसके बाद यह खुद कान से बहने लगता है या फिर इसे धो कर साफ करना पड़ता है। यह कान की नली को साफ व नम रखता है और अंदरुनी परत को सुरक्षा प्रदान करता है। कान के मैल की मदद से कान के अंदर पानी नहीं जा पाता व साथ ही कान के अंदर जाने वाली धूल, कीट, फंगी और बैक्टीरिया आदि भी इसमें फंस जाते हैं और कान के अंदर नहीं घुस पाते हैं। कान का मैल बनने लगता है और कान की नली को बंद कर देता है। मैल के कारण कान की नली बंद होना, कम सुनाई देना, इसके सबसे आम कारण होता है।
कान में मैल बनने की रोकथाम नहीं की जा सकती और यह एक सामान्य स्थिति होती है। यदि आपको कान भरा हुआ महसूस होता है, तो ज्यादातर मामलों में इसका कारण कान का मैल ही होता है। कान के मैल को खुद से निकालने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से कान की अंदर की त्वचा में खरोंच आदि लग सकती है और संक्रमण भी हो सकता है। यदि कान में मैल बनने से आपको परेशानी होने लगी है, तो कुछ साधारण तरीकों की मदद से घर पर सुरक्षित रूप से मैल को निकाल सकते हैं। जब कान के अंदर से सारा मैल निकाल दिया जाता है, तो आपको सुनने की क्षमता में फर्क दिखाई दे सकता है।
कान के मैल’ का काम क्या होता है ?
० ये हमारे कान को साफ और स्वस्थ रखने में मदद करता है।
० ये कर्ण नलिकाओं के ऊपर जमी परत को सूखने या उनमें दरार पड़ने से रोकता है।
० ये कान को धूलकणों और पानी से बचाता है जिससे संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है।
० ज्यादातर समय हमारी कर्ण नलिकाएं खुद ही अपनी सफाई कर लेती हैं।
कान में क्यों बनता है वैक्स (Why is wax formed in the ears)?
कान के अंदरूनी हिस्से में एक्सटर्नल ऑडिटरी कैनाल (external auditory canal) मौजूद होती है। जिसमें मौजूद सेरुमिनस और नाइलोसीबेशियस नामक ग्रंथियों में लगातार एक पदार्थ का स्राव होता है। इसी सीक्रेशन की वजह से वैक्स बनता है। यह वैक्स जब अधिक मात्रा में जमा होने लगता है तो यह सुनने की क्षमता को कम कर सकता है। हालांकि अधिकतर समय में यह अपने आप ही साफ हो जाता है।
कान का मैल’ कब समस्या बन जाता है (When does ‘earwax’ become a problem)?
जब हम बोलते हैं, कुछ चबाते हैं, अपने जबड़ों को घुमाते हैं तो ये ईयरवैक्स और त्वचा की कोशिकाएं धीरे-धीरे कान के पर्दे से कान के छेद की ओर बढ़ता है. जहां ये सामान्य तौर पर सूखकर बाहर निकल जाता है।
ईयरवैक्स या कान का मैल सामान्य तौर पर कोई समस्या नहीं है। लेकिन अगर ये ज्यादा मात्रा में बनने लगे तो ये ऐसा अवरोधक बन सकता है। जिससे कान में दर्द हो सकता है या फिर कुछ मामलों में सुनने की क्षमता कमजोर हो सकती है।
बाजार में ऐसी कई चीजें बिकती हैं जो ये वादा करती है कि इनके इस्तेमाल से कान का मैल साफ किया जा सकता है।
कान का मैल साफ करने का घरेलू उपाय क्या है (home remedy to clean earwax)?
अगर आपके कान में भी मैल बहुत ज्यादा बनता है तो आप कान का मैल साफ करने के घरेलू उपचारों की मदद से अपने कान को साफ कर सकते हैं। ये उपाय बहुत आसान हैं और घर में मौजूद चीजों से ही आप बड़ी आसानी से कान का मैल साफ कर सकते हैं।
० बेकिंग सोडा: आधा चम्मच बेकिंग सोडा लें और उसे 60 मि.ली पानी में डालकर घोल लें। अब इस मिश्रण को ड्रॉपर में डालें और कान में इसकी 5 से 10 बूंदें डालें। इस मिश्रण को कान में एक घंटे तक के लिए छोड़ दें। अपने सिर को नीचे एक तरफ झुका कर रखें। अब सूती कपड़े से मैल और पानी दोनों को साफ कर लें।
० बेबी ऑयल: एक ड्रॉपर लें और उसमें बेबी ऑयल भर दें। कान में 3 से 4 बूंदें बेबी ऑयल डालें और कान को रूई से बंद कर दें। 5 मिनट बाद उस रूई को निकाल दें। आप ऐसा दिन में एक या दो बार कर सकते हैं। इससे कान का मैल अपने आप निकल कर बाहर आ जाता है।
० बादाम तेल: आधा चम्मच बादाम का तेल लें और उसे ड्रॉपर में भर दें। ध्यान रखें बादाम तेल गुनगुना गर्म होना चाहिए। ड्रॉपर की मदद से बादाम तेल की दो से चार बूंदें कान में डालें। बादाम के तेल से मैल नरम होकर कान से बाहर निकल आता है।
० सेब का सिरका: एक चम्मच सिरका और एक चम्मच पानी लें। दोनों चीजों को मिक्स कर के कान में डाल दें। अगर एक बार में इस नुस्खे से कान का मैल साफ नहीं होता है तो आप अगले दिन दोबारा इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
० लहसनु के तेल: लहसुन की तीन से चार कलियां लें और तीन चम्मच नारियल तेल लें। अब गैस पर एक पैन रखें और उसमें तेल डालकर गर्म करें। इतने लहसुन की कलियों को छीलकर हल्का-सा कूट लें। अब लहसुन को तेल में डाल दें और हल्का-सा भूरा होने पर गैस बंद कर दें। इस तेल के गुनगुना होने पर कुछ बूंदें कान में डालकर रूई से कान को बंद कर दें।
० प्याज और गरम पानी: प्याज को उबालकर उसका रस निकाल लें। ड्रॉपर की मदद से इसके कुछ बूंद कान में डालें। कानों में थोड़ा सा गर्म पानी डाल ले और इसे कुछ समय के लिए ऐसा ही छोड़ दें। फिर इसे बाहर निकाल लें।
कान साफ करने के लिए कभी भी किसी नुकीली वस्तु का इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए। कान हमारे शरीर का बहुत ही संवेदनशील अंग हैं।
कान में पानी क्यों चला जाता है (Why do ears get watery)?
नहाते समय अक्सर पानी की कुछ बूंदें कान में चली जाती हैं। कानमें पानी जाने से कई बार आपको उलझन और दर्द होने लगता है। पानी के कान में लंबे समय तक रहने से इन्फेक्शन का खतरा हो सकता है। कई लोग कान से पानी निकालने के लिए बिना सोचे-समझे कई चीजों का इस्तेमाल करने लगते हैं। कान शरीर का एक नाजुक अंग होते हैं, इसलिए पानी निकालने के लिए किसी भी चीज को कान के अंदर डालने से आपको बड़ा नुकसान हो सकता है।
अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा होता है, तो आज आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप आसानी से कान से पानी को निकाल सकती हैं।
० सिर को कान की तरफ झुकाकर एक पैर पर जंप करें- अगर आपके जिस कान में पानी चला गया है, उस तरफ अपना सिर झुका झुका लें और एक पैर उठाकर जंप करें। इस तरह झटके लगने से कान से पानी निकल जाता है।
० कान का चौड़ा हिस्सा (pinna) खीचें- पानी कान के छोटी नाली में जमा हो जाता है। इसलिए कान का चौड़ा हिस्सा खींचने से पानी बाहर आ सकता है। ऐसा करने करने के लिए अपना सिर एक तरफ झुका लें और कान के इस बड़े हिस्से को बाहर की तरफ खींचें। ये हिस्सा कान के छेद से पहले वाला बड़ा वाला हिस्सा होता है।
० सिर झुकाकर जबड़ा हिलाएं- जबड़े के हिलने से कान साफ हो जाता है। ऐसा करने के लिए अपना सिर एक तरफ झुका लें। अब अपना जबड़ा खोलें और बंद करें। इससे आपको पानी बाहर निकालने में मदद मिलेगी। जल्द राहत पाने के लिए आप कान के चौड़े हिस्से को भी साथ-साथ खींच सकते हैं।
० करवट लेकर सोएं- जब कोई उपाय काम नहीं करता है, तो ये तरीका आपकी मदद कर सकता है। आपके जिस कान में पानी चला गया है, आप उस तरफ करवट लेकर सोएं। इससे पानी नीचे की ओर आ सकता है।
० बड्स या पेपर टॉवल- ये चीजें नरम होती हैं और कान के सुराग में आसानी से चली जाती हैं। कान में इअर बड्स डालने से पहले उस पर कॉटन लगा लें या पेपर टॉवल को रोल करके उसके कोने वाले हिस्से से कान साफ करें।
० कुछ ना करें- ऐसा करना बेशक आपके लिए असहज हो सकता है लेकिन कई बार ये फायदेमंद होता है। इसलिए आप कुछ ना करें और इस समस्या को शरीर को हैंडल करने दें। कई बार पानी अपने आप बाहर आ जाता है।
० डॉक्टर को दिखाएं- अगर दो-तीन दिन में भी पानी कान से बाहर नहीं निकला, तो आप डॉक्टर को दिखाएं। कई बार कान में पानी रहने से इन्फेक्शन का खतरा होता है।
छोटे बच्चों के कान में मैल या गंदगी जल्दी जम जाते हैं और चूंकि कान में वैक्स का जमना एक प्राकृतिक तरीका है। इसके कुछ फायदे भी हैं। कान में वैक्स के जम जाने से ये कानों की नली में आने वाली बाहरी गंदगी और बैक्टीरियो को बढ़ने से रोकता है। लेकिन जब ये बहुत ज्यादा जम जाए तो फिर बच्चे को कम सुनाई देता है और उनको दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
छोटे बच्चों के कानों में वैक्स अधिक मात्रा में जमा हो जाने पर उसे टॉवेल के नुकीले हिस्से से साफ करने या ईयर बड से साफ करने से बचें। बच्चे को किसी डॉक्टर या पीडियाट्रिशयन को दिखाएं और उनकी सलाह के अनुसार बताए गए तरीके अपनाएं।
यदि बच्चों के कान में मैल जमा हो जाए तू भूल से भी निम्नलिखित चीजें कभी नहीं करनी चाहिए।
० बच्चे के कान में गुनगुना तेल (putting hot oil in ear) ना डालें और डॉक्टर की सलाह के बिना किसी अन्य प्रकार के घरेलू नुस्खे ना आजमाएं। इससे कानों में इंफेक्शन (ear infection) हो सका है।
० बाजार में कानों की सफाई करने वालों से कान ना साफ ना कराएं।
० बच्चे के कानों में ईयर बड (using earbuds) का इस्तेमाल ना करें।
बच्चों के कान कैसे साफ करें (How to clean children’s ears)?
अब हम आपको बच्चों के कान साफ करने के कुछ आसान तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं। सबसे जरूरी बात की इस दौरान आपको विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है क्योंकि कान बहुत ही संवेदनशील अंग होते हैं।
० नहलाने के बाद करें कान की सफाई – 5 साल से कम उम्र के बच्चों के कान की सफाई करने का ये सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। जब आप अपने बच्चे को नहलाते हैं उसके तुरंत बाद आप उनके कानों की सफाई कर दें। इसकी मुख्य वजह ये है कि स्नान के बाद बच्चे के कान से मैल आसानी से निकल जाते हैं। कॉटन या रूई की मदद से आप कान से मैल साफ कर सकते हैं और बच्चे को कोई खास परेशानी भी नहीं होगी।
० बेबी ईयर बड (Earbuds) – 5 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों के कान की सफाई करने के लिए हमेशा बेबी ईयर बड का ही प्रयोग करें। ईयर बड को कान के अंदर डालते समय में ये ध्यान रखें की इसको बहुत गहराई तक नहीं डालें नहीं तो बच्चे के कान के परदे में चोट लगने का खतरा बना रहता है।
० बेबी ऑयल(Baby Oil) – अगर आप चाहें तो कान के अंदर छुपे मैल की सफाई करने के लिए बेबी ऑयल या मिनरल ऑयल की एक से दो बुंदों को कान में डाल दें। इसके बाद कान में रूई का छोटा टुकड़ा लगा दें ताकि तेल बाहर ना निकल जाए। इससे फायदा ये होगा कि तेल कान के अंदर के वैक्स को मुलायम कर देगा और आराम से बाहर निकल सकता है।
० सैलाइन स्लपुरान – तकरीबन आधे कप पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर इसको अच्छे से मिला लें। फिर इसके बाद इसमें रूई का एक छोटा सा टुकड़ा भिंगो दें और इसको कान में निचोड़ दें। जब ये पानी कान के अंदर अच्छे से चला जाए तो उसके बाद फिर पानी को बाहर निकालें। इस प्रक्रिया को करने से भी कान अच्छे से साफ हो सकता है।
० ऑलिव ऑयल (Olive Oil) – कान की सफाई करने में ऑलिव ऑयल भी बहुत मददगार साबित हो सकता है। ऑलिव ऑयल की दो-तीन बूंद कान में डालें। रात को सोने से पहले 2 से 3 दिन तक इस प्रक्रिया को दोहराएं। कान के अंदर की गंदगी बहुत मुलायम हो जाएगी और कान बिल्कुल साफ हो जाएगा।
० प्याज(Onion) – अब आप सोच रहे होंगी कि भला कान की सफाई करने में प्याज कैसे मददगार साबित हो सकता है। दरअसल ये घरेलू नुस्खा भी बहुत कारगर है। प्याज को उबाल कर इसका रस निकाल लें। फिर जब ये रस ठंढ़ा हो जाए तो इसकी कुछ बुंदें कान में डालें।
बच्चों के कान साफ करने में क्या क्या सावधानी बरतनी चाहिए ?
जब कभी आप अपने बच्चे के कानों की सफाई करें तो ये जरूर ध्यान रखें कि उस समय में उनका मूड अच्छा हो। क्योंकि जब बच्चे बहुत ज्यादा शरारत करने के मूड में हों या रोते या चिल्लाते हों तब अगर आप जबरन उनके कानों की सफाई करेंगी तो हो सकता है कि ज्यादा हिलने डुलने से उनके कान के पर्दों को नुकसान पहुंच सकता है।
जब आप बच्चों के कानों की सफाई कर रहे हैं तो आपको कुछ छोटे-छोटे चीज पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए-
० कभी भी छोटे बच्चे के कान में कॉटन स्वैब आदि का इस्तेमाल ना करें। अगर आपको कान के अंदर ईयरवैक्स दिखाई देता है, तो आपको इसे हटाने की जरूरत नहीं है।
० कभी भी बच्चे के कान को बहुत जोर से या दबाव के साथ क्लीन ना करें। इससे बच्चे के कान में चोट लग सकती हैं।
० यदि आपको बच्चों के कान के बाहर कोई मोमी बिल्डअप या डिस्चार्ज दिखाई देता है, तो इसे धीरे से पोंछने के लिए एक गर्म, गीले कपड़े का उपयोग करें।
० कभी भी बच्चे के कानों में खुद से कुछ ना डालें। इससे बच्चे के ईयर ड्रम को नुकसान पहुंच सकता है।
० कभी भी बच्चे के कानों के अंदर किसी नुकीली चीज का इस्तेमाल न करें।
० छोटे शिशु के कान को बार-बार साफ करने से भी बचें। इससे भी बच्चे की सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
० अगर बेबी बार-बार अपने कान खुजला रहा है या फिर लगातार रो रहा है तो ऐसे में बेहतर होगा कि आप उसे एक बार डॉक्टर के अवश्य दिखाएं।
FAQ
क्या कान में जमी मैल को निकालना चाहिए ?
उत्तर: यदि आपको कान में जमीन में से किसी प्रकार का इरिटेशन ना हो तो उसे निकालने की या साफ करने की जरूरत नहीं है।
क्या कान का मैल खराब होता है ?
उत्तर: कान का मैल एक प्राकृतिक द्रव्य से बनता है। जो बाहरी कीट पतंगों धूल कानों को रोकती है और यह हमारी ईयर ड्रम को सुरक्षित रखती है।इसीलिए यह जरूरी है।
क्या कान के महल को घरेलू उपाय से साफ किया जा सकता है ?
उत्तर: अगर आपके कान अधिक मैल जम गया हो उसे आप घरेलू उपाय से साफ कर सकते हैं।
क्या कान साफ करवाना सही है ?
उत्तर: यदि आप अपने कान की सफाई किसी डॉक्टर के निगरानी में करते हो तो यह आपके लिए सेफ है। किसी भी अनजान व्यक्ति ,अप्रशिक्षु से कान की सफाई नहीं करानी चाहिए।
क्या बच्चों के कान खुद से साफ करने चाहिए ?
उत्तर: बच्चों के कान को यदि आप सावधानीपूर्वक साफ कर सकते हो तो ही करें। सामान्यता बच्चों को ना लाते समय एक सॉफ्ट कपड़े से कान साफ करें।